
Fatty Liver | फैटी लीवर | फैटी लीवर के लिए सबसे अच्छी होम्योपैथिक दवाई | 👌👌👌| Dr Bhavya Dixit
Fatty Liver | फैटी लीवर | फैटी लीवर के लिए सबसे अच्छी होम्योपैथिक दवाई | 👌👌👌| Dr Bhavya Dixit @DurgaHomoeo53 #fattyliver #fatty_liver #fattyliversymptoms #fattylivertreatment #fattyliverdisease #livercirrhosis फैटी लिवर फैटी लीवर (fatty liver) एक ऐसी बीमारी है जो लीवर में बहुत अधिक वसा (fat) के बनने की वजह से होती है। आमतौर पर एक इंसान के लिवर में, फैट की मात्रा बिल्कुल न के बराबर होती है। लेकिन जब लिवर की कोशिकाओं (cells) में फैट जमने लगता है, तो धीरे-धीरे इससे लिवर में सूजन आ जाती है। जिसकी वजह से फैटी लिवर की समस्या पैदा होती है। इस समस्या की वजह से शरीर में कैलोरी की मात्रा फैट में तब्दील होने लगती है और लिवर की कोशिकाओं में जमने लगती है। इससे लिवर में सूजन और भी बढ़ने लगती है। और ऐसे में समय रहते ही इसका न इलाज किया जाए, तो लिवर डैमेज होने का खतरा बना रहता है। फैटी लीवर के लक्षण (Fatty Live Symptoms) फैटी लिवर की बीमारी से ग्रस्त होने वाले व्यक्तियों में शुरुआत में तो कोई लक्षण नहीं दिखते हैं। लेकिन अगर आपको शरीर में यह लक्षण दिखे तो इसे बिलकुल नजरंदाज न करें। जैसे- पैरों में सूजन थकान और कमजोरी महसूस करना भूख कम लगना पेट में दर्द होना आंखों में पीलापन और त्वचा भी पीली पड़ना वजन घटना त्वचा में एलर्जी और खुजली होना फैटी लिवर के प्रकार (Types of Fatty Liver) फैटी लिवर की बीमारी के दो मुख्य रूप होते हैं : एल्कोहॉलिक फैटी लिवर (Alcoholic fatty liver) एल्कोहॉलिक फैटी लिवर, अल्कोहल यानी कि शराब ज्यादा मात्रा में पीने की वजह से होता है। इससे लिवर में फैट जमने लगता है और लिवर में सूजन आने लगती है। नॉन एल्कोहलिक फैटी लिवर (Non-alcoholic fatty liver) नॉन-एल्कोहॉलिक फैटी लिवर ज्यादातर सही खान-पान न होने की वजह से होता है। ज्यादा ऑयली खाना या फिर ज्यादा बाहर का खाना खाने का सीधा असर शरीर के वजन पर पड़ता है। फैटी लिवर की बीमारी के कारण (Causes of Fatty Liver) फैटी लीवर का सबसे आम कारण है, शराब ज्यादा पीना। लेकिन शराब के अलावा, फैटी लीवर के अन्य सामान्य कारणों में इस प्रकार हैं – ज्यादा मात्रा में मिर्च-मसाला खाना टाइप-2 डायबिटीज होना ज्यादा मोटापा होना खून में फैट का बढ़ना कोलेस्ट्रॉल हाई होना मेटाबॉलिज्म कम होना एस्पिरिन, स्टेरॉयड जैसी कुछ दवाओं के साइड इफेक्ट होना अंडरएक्टिव थायरॉयड होना (underactive thyroid) लिवर से जुड़ी पारिवारिक बीमारी होना क्यों है फैटी लीवर खतरनाक? (Why Fatty Liver is Dangerous?) फैटी लिवर एक ऐसी बीमारी है जिसके जल्दी कोई लक्षण नहीं दिखते हैं । सही समय पर इस बीमारी का इलाज न करवाने के कारण से लिवर का पूरी तरह से डैमेज होने का खतरा बना रहता है, जिसे लिवर सिरोसिस (liver Cirrhosis) के नाम से भी जाना जाता है। आगे चलकर यह स्थिति कैंसर का कारण बन जाती है। इसलिए शुरुआती चरण में इस बीमारी का पता लगाना बहुत जरूरी है। क्योंकि शुरुआती चरण में जब लिवर में फैट जमा होता है, तो इस बीमारी को आगे बढ़ने से रोका जा सकता है, और इसे पूरी तरह से ठीक किया जा सकता है। शरीर में फैटी लिवर के इन लक्षणों से, जैसे- पैरों में सूजन, पीलिया, पेट में पानी भरना जैसी परेशानियां होने लगती हैं। ऐसी स्थिति में तुरंत डॉक्टर से सलाह लें । और समय-समय पर रूटीन चेकअप कराएं । फैटी लिवर की बीमारी का इलाज? (Treatment of Fatty Liver) उचित खान-पान से और अपनी डाइट में कुछ चीजें शामिल करने से फैटी लीवर की बीमारियों के जोखिम को काफी हद तक कम किया जा सकता है। इस बीमारी को रोकने या फिर ठीक करने के लिए चीनी या नमक का खाना, तला-भुना खाना, शराब पीना, चिकनी चीजें जैसे बटर, रिफाइंड अनाज, और मैदा खाने से बचें। जितना हो सके उतना फल और सब्जियों का सेवन करें। क्योंकि वो एंटीऑक्सीडेंट से भरे हुए होते हैं, और इनमें कैलोरी और फैट भी कम होता है। अपने खाने में लहसुन को शामिल करें। क्योंकि यह शरीर में फैट जमा होने से रोकता है। राजमा, चना, काली दाल इन सब का सेवन बहुत कम करें ब्रोकली और पालक जैसी हरी सब्जियां अपनी डाइट में शामिल करें क्योंकि यह लिवर में फैट को बनने से रोकती हैं। अगर वजन ज्यादा हो, तो फिजिकल एक्टिविटी या फिर नियमित रूप से योग करने से भी फैटी लिवर की समस्या से निजात मिलता है। फैटी लीवर को न करें नजरंदाज (Don’t Ignore Fatty Liver) आज कल की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में ख़ुद को स्वस्थ रखना एक चैलेंजिंग काम लगता है। लेकिन जब हम अपने शरीर को ही स्वस्थ नहीं रख पाएंगे, तो ऐसे में हमारे शारीरिक अंग भी अपना कार्य सही से नहीं कर पाएंगे। हमारे शरीर में लीवर हानिकारक पदार्थों को दूर करने का काम करता है। ऐसे में अगर हम ऐसी चीज़ों का सेवन करें जो लीवर को काम करने में मदद करे, तो हम अपने लीवर को लंबे समय तक स्वस्थ रख सकते हैं । क्योंकि हमारे खान-पान का सीधा असर हमारे लिवर पर पड़ता है। एक तरफ पोषक और संतुलित आहार का सेवन इसे सेहतमंद बनाता है, तो वहीं ज्यादा तेल मसालेदार खाना लिवर को फैटी बनाता है। इसलिए अपने लीवर को स्वस्थ बनाए रखने के लिए अपनी संतुलित डाइट और एक्सरसाइज करें और अगर आपको अपने शरीर में फैटी लीवर के लक्षण दिखे तो तुरंत अपने नजदीकी डॉक्टर से संपर्क करें। ज्यादा जानकारी के लिए संपर्क करें :- 📞Call & WhatsApp at:- 9950177648 ✅Address- Dr.Bhavya Dixit (B.H.M.S.) Durga Homoeo Clinic Near Ram Mandir, Tantia Well SARDARSAHAHR,CHURU, RAJASTHAN Follow me on- ✅Instagram - https://www.instagram.com/drbhavyadix... ✅Facebook - https://www.facebook.com/profile.php?...