
Fatty Liver: Causes, Symptoms & Treatment | Must-Know Facts!
फैटी लिवर: कारण, रोकथाम, आहार और उपचार 1. फैटी लिवर क्या है? फैटी लिवर (Fatty Liver) एक ऐसी स्थिति है जिसमें लिवर की कोशिकाओं में वसा (fat) का अत्यधिक संचय हो जाता है। यह स्थिति अगर नियंत्रण में न रहे तो लिवर इंफ्लेमेशन (हेपेटाइटिस), फाइब्रोसिस और सिरोसिस जैसी गंभीर समस्याओं का कारण बन सकता है। 2. फैटी लिवर के कारण फैटी लिवर मुख्य रूप से दो प्रकार का होता है: 1. नॉन-अल्कोहलिक फैटी लिवर डिजीज (NAFLD) – यह अधिकतर अस्वस्थ जीवनशैली और मोटापे के कारण होता है। 2. अल्कोहलिक फैटी लिवर डिजीज (AFLD) – अत्यधिक शराब के सेवन से लिवर पर वसा जमने लगती है। इसके अन्य प्रमुख कारण: ✅ अधिक मात्रा में तला-भुना और प्रोसेस्ड फूड खाना ✅ मोटापा और मेटाबॉलिक सिंड्रोम ✅ डायबिटीज और हाई कोलेस्ट्रॉल ✅ अत्यधिक शुगर और रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट का सेवन ✅ शरीर में एंटीऑक्सीडेंट और आवश्यक पोषक तत्वों की कमी ✅ हाइपोथायरायडिज्म और पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS) 3. फैटी लिवर की रोकथाम ✔️ स्वस्थ आहार अपनाएं – ताजे फल, सब्जियां, होल ग्रेन्स और हेल्दी फैट का सेवन करें। ✔️ वजन नियंत्रित रखें – नियमित रूप से व्यायाम करें। ✔️ शराब और तंबाकू से बचें ✔️ ज्यादा शुगर और प्रोसेस्ड फूड न खाएं ✔️ ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखें 4. फैटी लिवर के लिए सही आहार (Diet for Fatty Liver) क्या खाएं? ✅ हरी पत्तेदार सब्जियां (पालक, मेथी, ब्रोकली) ✅ फल (पपीता, सेब, नाशपाती, जामुन) ✅ सूखे मेवे (बादाम, अखरोट, अलसी के बीज) ✅ हेल्दी फैट (जैतून का तेल, नारियल तेल) ✅ हाई फाइबर फूड (जई, दालें, ब्राउन राइस) ✅ ग्रीन टी और हल्दी वाला दूध क्या न खाएं? ❌ जंक फूड, पैकेज्ड फूड और फास्ट फूड ❌ अधिक चीनी और मिठाइयाँ ❌ तला-भुना और अत्यधिक मसालेदार भोजन ❌ सफेद ब्रेड, मैदा और रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट ❌ सॉफ्ट ड्रिंक्स और अधिक शराब 5. फैटी लिवर का इलाज ✅ लाइफस्टाइल में बदलाव – आहार और व्यायाम को प्राथमिकता दें। ✅ डॉक्टर से परामर्श लें – आवश्यक टेस्ट कराएं (LFT, लिपिड प्रोफाइल, अल्ट्रासाउंड)। ✅ हर्बल उपचार – कुछ जड़ी-बूटियाँ जैसे भृंगराज, हल्दी, करेला, पुनर्नवा, आंवला लिवर को डिटॉक्स करने में मदद कर सकती हैं। ✅ योग और प्राणायाम – कपालभाति, भस्त्रिका और सूर्य नमस्कार लिवर को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। अगर फैटी लिवर की समस्या बढ़ रही हो, तो डॉक्टर से दवा (जैसे विटामिन ई, मेटफॉर्मिन, या हेपेटोप्रोटेक्टिव सप्लीमेंट) लेने पर विचार करें। निष्कर्ष फैटी लिवर को शुरुआती चरण में ही नियंत्रित किया जा सकता है। सही खान-पान, व्यायाम और अच्छी जीवनशैली अपनाकर इसे पूरी तरह ठीक किया जा सकता है। अगर कोई व्यक्ति मोटापे, डायबिटीज, या हाई कोलेस्ट्रॉल से पीड़ित है, तो उसे विशेष सावधानी बरतनी चाहिए।