भगवद गीता अध्याय - 1 (अर्जुनविषादयोग) | Bhagavad Gita Chapter 1 | गीता के ज्ञान की कथा | Part-1

भगवद गीता अध्याय - 1 (अर्जुनविषादयोग) | Bhagavad Gita Chapter 1 | गीता के ज्ञान की कथा | Part-1

भगवद गीता अध्याय - 1 (अर्जुनविषादयोग) | Bhagavad Gita Chapter 1| श्री गीता के ज्ञान की कथा, पाठ का महत्व और लाभ Part-1 •भगवद गीता के 30 शिक्षाएं पार्ट-1 :-    • श्रीमद भगवद्  गीता का सार | SHRIMAD B...   •भगवद गीता के 30 शिक्षाएं पार्ट-2 :-    • श्रीमद भगवद्  गीता का सार | SHRIMAD B...   (योद्धाओं की गणना और सामर्थ्य) 1. धृतराष्ट्र उवाच - धृतराष्ट्र ने कहा - हे संजय! धर्म-भूमि और कर्म-भूमि में युद्ध की इच्छा से एकत्र हुए मेरे पुत्रों और पाण्डु के पुत्रों ने क्या किया? 2. संजय उवाच - संजय ने कहा - हे राजन्! इस समय राजा दुर्योधन पाण्डु पुत्रों की सेना की व्यूह-रचना को देखकर आचार्य द्रोणाचार्य के पास जाकर कह रहे हैं। 3. हे आचार्य! पाण्डु पुत्रों की इस विशाल सेना को देखिए, जिसे आपके बुद्धिमान्‌ शिष्य द्रुपद पुत्र धृष्टद्युम्न ने इतने कौशल से व्यूह के आकार में सजाया है। 4. इस युद्ध में भीम तथा अर्जुन के समान अनेकों महान शूरवीर और धनुर्धर है, युयुधान, विराट और द्रुपद जैसे भी महान योद्धा है। 5. धृष्टकेतु, चेकितान तथा काशीराज जैसे महान शक्तिशाली और पुरुजित्, कुन्तीभोज तथा शैब्य जैसे मनुष्यों मे श्रेष्ठ योद्धा भी है। 6. युधामन्यु जैसे महान पराक्रमी तथा उत्तमौजा जैसे अत्यन्त शक्तिशाली, सुभद्रा का पुत्र अभिमन्यु और द्रौपदी के पुत्रों सहित ये सभी महान योद्धा हैं। 7. हे ब्राह्मण श्रेष्ठ! हमारी तरफ़ के भी उन विशेष शक्तिशाली योद्धाओं को भी जान लीजिये और आपकी जानकारी के लिये मेरी सेना के उन योद्धाओं के बारे में बतलाता हूँ। 8. मेरी सेना में स्वयं आप-द्रोणाचार्य, पितामह भीष्म, कर्ण, कृपाचार्य, अश्वत्थामा, विकर्ण और सोमदत्त का पुत्र भूरिश्रवा जैसे योद्धा है, जो सदैव युद्ध में विजयी रहे हैं। 9. ऎसे अन्य अनेक शूरवीर भी है जो मेरे लिये अपने जीवन का बलिदान देने के लिये अनेक प्रकार के अस्त्र-शस्त्रों से सुसज्जित है और यह सभी युद्ध-विधा में निपुण है। 10. इस प्रकार भीष्म पितामह द्वारा अच्छी प्रकार से संरक्षित हमारी सेना की शक्ति असीमित है, किन्तु भीम द्वारा अच्छी प्रकार से संरक्षित होकर भी पांडवों की सेना की शक्ति सीमित है। 11. अत: सभी मोर्चों पर अपनी-अपनी जगह स्थित रहकर आप सभी निश्चित रूप से भीष्म पितामह की सभी ओर से सहायता करें। 12. तब कुरुवंश के वयोवृद्ध परम-प्रतापी पितामह भीष्म ने दुर्योधन के हृदय में हर्ष उत्पन्न करते हुए सिंह-गर्जना के समान उच्च स्वर से शंख बजाया। 13. तत्पश्चात् अनेक शंख, नगाड़े, ढोल, मृदंग और सींग आदि बाजे अचानक एक साथ बज उठे, उनका वह शब्द बड़ा भयंकर था। ................................................................................................................................................ 40. अवांछित सन्तानों की वृद्धि से निश्चय ही कुल में नारकीय जीवन उत्पन्न होता है, ऎसे पतित कुलों के पितृ गिर जाते है क्योंकि पिण्ड और जल के दान की क्रियाऎं समाप्त हो जाती है। 41. इन अवांछित सन्तानो के दुष्कर्मों से सनातन कुल-धर्म और जाति-धर्म नष्ट हो जाते हैं। 42. हे जनार्दन! जिनका कुल-धर्म नष्ट हो गया है, ऐसे मनुष्यों का अनिश्चित काल तक नरक में रहना पडता है, ऐसा हम सुनते आए हैं। 43. ओह! कितने आश्चर्य की बात है कि हम लोग बुद्धिमान होकर भी महान पाप करने को तैयार हो गए हैं, जो राज्य और सुख के लोभ से अपने प्रियजनों को मारने के लिए आतुर हो गए हैं। 44. यदि मुझ शस्त्र-रहित विरोध न करने वाले को, धृतराष्ट्र के पुत्र हाथ में शस्त्र लेकर युद्ध में मार डालें तो भी इस प्रकार मरना मेरे लिए अधिक श्रेयस्कर होगा। संजय उवाच 45. संजय ने कहा - इस प्रकार शोक से संतप्त हुआ मन वाला अर्जुन युद्ध-भूमि में यह कहकर बाणों सहित धनुष को त्याग कर रथ के पिछले भाग में बैठ गया। 46. इस प्रकार उपनिषद, ब्रह्मविद्या तथा योगशास्त्र रूप श्रीमद भगवदगीता के श्रीकृष्ण-अर्जुन संवाद में धर्मकर्मयुद्ध-योग नाम का पहला अध्याय संपूर्ण हुआ॥ -------------------------------------------------------------------------- ॥ हरि: ॐ तत् सत् ॥ इसी तरह के रहस्यमय जानकारी को जानने के लिए हमारे चैनल पर बने रहें और subscribe करके हमारा support kare🙏🏻 Thanks for watching this video 🙏🏻 --------------------------------------------------------------------------- Related tags and queries:- ___________________________ bhagavad gita bhagwat geeta adhyay 1 bhagavad bhagavad gita chapter 1 shrimad bhagvad gita adhyay 1 bhagavad gita chapter 1 verse 1 bhagavad gita in english bhagvat geeta adhyay 1 learn bhagavad gita bhagavad geeta srimad bhagavad gita 1st adhyay srimad bhagavad gita1st adhyay adhyay 1 bhagavad gita as it is shrimad bhagwat geeta all adhyay shrimad bhagwat geeta adhyay 1 shloka 1 verse 1 bhagavad gita shreemad bhagavad gita chapter 1 bhagavad gita श्रीमद भगवत गीता सार- अध्याय श्रीमद भगवत गीता सार भगवद गीता सार अध्याय 1 श्रीमद भगवद गीता अध्याय - 1 गीता अध्याय 1 श्लोक 2 सार श्रीमद भगवत गीता सार- 1-18 अध्याय श्रीमद्भगवद्गीता अध्याय 1 श्रीमद भगवद गीता श्रीमद्भगवद्‌गीता माहात्म्य अध्याय 1 भगवद गीता श्रीमद्‍ भगवद्‍ गीता अध्याय-1 श्लोक-1 श्रीमद्‍ भगवद्‍ गीता अध्याय-1 श्लोक-9 श्रीमद्‍ भगवद्‍ गीता अध्याय-1 श्लोक-7 शैलद्र भारती श्रीमद भगवत गीता गीता श्रीमद भगवद गीता प्रवचन गीता सार अध्याय SUBSCRIBE for the best Bollywood-Hollywood-South-Bhojpuri videos, movies and scenes, all in ONE channel ‎ ‪@ExplainedUnexplained‬ Like, Comment and Share with your friends and family. ► Please Subscribe For More Updates ... ► Thanks For Watching Our Channel. ► Enjoy & Stay Connected with us ❤ 📲 #bhagavadgita #krishna #adhyay-1 #filmein #movie