Close your eyes and feel the words ✨️ | Tu chal | Motivational poem by amithab bachchan #motivation

Close your eyes and feel the words ✨️ | Tu chal | Motivational poem by amithab bachchan #motivation

Motivational poem ✨️ by amithab bachchan ji Khud ki khoj ma nikal lyrics तू खुद की खोज में निकल तू किस लिए हताश है तू चल समय को भी तलाश है समय को भी तलाश है जो तुझ से लिपटी बेड़ियाँ समझ न इनको वस्त्र तू जो तुझ से लिपटी बेड़ियाँ समझ न इनको वस्त्र तू ये बेड़ियां पिघल के बना ले इनको शास्त्र तू बना ले इनको शास्त्र तू तू खुद की खोज में निकल तू किस लिए हताश है तू चल समय को भी तलाश है समय को भी तलाश है चरित्र जब पवित्र है तोह क्यों है ये दशा तेरी चरित्र जब पवित्र है तोह क्यों है ये दशा तेरी ये पापियों को हक़ नहीं की लेँ परीक्षा तेरी की लेँ परीक्षा तेरी.. तू खुद की खोज में निकल तू किस लिए हताश है तू चल समय को भी तलाश है जला के भस्म कर उसे जो क्रूरता का जाल है जला के भस्म कर उसे जो क्रूरता का जाल है तू आरती की लौ नहीं तू क्रोध की मशाल है तू क्रोध की मशाल है तू खुद की खोज में निकल तू किस लिए हताश है तू चल समय को भी तलाश है समय को भी तलाश है चुनार उदा के ध्वज बना गगन भी कप कपाएगा चुनार उदा के ध्वज बना गगन भी कप कपाएगा अगर तेरी चूनर गिरी तोह एक भूकंप आएगा तोह एक भूकंप आएगा तू खुद की खोज में निकल तू किस लिए हताश है तू चल समय को भी तलाश है समय को भी तलाश है. Thank 😊 you for watching this video. Like 👍 | Subscribe | share