ओरल कैंसर क्यों होता है कारण लक्षण उपचार बचाव,मूंह के कैंसर का इलाज, ओरल कैंसर से बचाव, Ep.313

ओरल कैंसर क्यों होता है कारण लक्षण उपचार बचाव,मूंह के कैंसर का इलाज, ओरल कैंसर से बचाव, Ep.313

ओरल कैंसर क्यों होता है कारण लक्षण उपचार बचाव,मूंह के कैंसर का इलाज, ओरल कैंसर से बचाव, मुंह का कैंसर काफी गंभीर बीमारी है। शुरुआती दौर में इस बीमारी का पता नहीं चला तो यह बीमारी बहुत ही गंभीर रूप में सामने आई और इसका इलाज करना भी काफी मुश्किल हो गया। भारत में आमतौर पर पुरुषों में मुंह का कैंसर अधिक पाया जाता है। हालाँकि महिलाओं में भी मुँह का कैंसर होने के मामले देखे गए हैं लेकिन सभी प्रकार के मुँह का कैंसर का 11% कैंसर पुरुषों में पाया जाता है और सभी प्रकार के 4% कैंसर महिलाओं में पाया जाता है। यह कैंसर मुंह के अंदर होंट, गाल, जबड़ा, गर्दन और मसूड़ों को भी अपनी चपेट में ले लेता है। इस कैंसर का आम तौर पर पता तब चलता है जब यह कैंसर गर्दन तक फैल जाता है और लंगड़ा टुकड़े में अपनी जगह बना लेता है। मुंह का कैंसर आम तौर पर धूम्रपान करने वाले लोगों में ही पाया जाता है। जो लोग ज्यादातर धूम्रपान और स्कूटर चलाते हैं ऐसे लोगों को समय-समय पर अपने मुंह का चेकअप डेंटिस्ट के पास करवाना चाहिए। अगर मुंह के कैंसर के नासिका की जाए तो अगर मुंह या मुंह पर ठीक नहीं होने वाला मोटापा दिखाई दे रहा है या मुंह का कोई हिस्सा अचानक बढ़ रहा है या मुंह से खून आ रहा है या दांत उभर रहे हैं या फिर मुंह में खाने में दर्द या मोटापा कम हो रहा है या फिर गर्दन में अचानक दर्द हो रहा है या फिर कान में दर्द हो रहा है या फिर अचानक से वजन कम हो रहा है या फिर मोटापा, चेहरा, गर्दन, या थोड़ी धूप हो रही है या फिर मुंह या मसूड़ों में लाल और सफेद दाग दिखाई दे रहे हैं या फिर कभी-कभी गले में खराश की तकलीफ हो रही है या फिर बार-बार आपके मुंह में सूखापन हो रहा है या फिर जबड़े में दर्द या मसूड़ों का अहसास हो रहा है या फिर जीभ में दर्द हो रहा है तो ये सभी लक्षण मुंह के कैंसर की ओर संकेत करते हैं। हम ऐसा नहीं कह रहे हैं कि अगर आपको ऐसी कोई परेशानी हो रही है या लक्षण दिखाई दे रहे हैं तो आपको मुंह का कैंसर ही होगा लेकिन आपको तुरंत ऐसे लक्षण दिखने पर डॉक्टर के पास चेकअप करवाना चाहिए। आमतौर पर मुंह के कैंसर का इलाज सर्जरी के माध्यम से ही किया जाता है। सर्जरी के माध्यम से मुंह के कैंसर के इलाज में ट्यूमर को मुंह से अलग किया जाता है। यह ट्यूमर आउटवेअर के लिए गर्दन या गॉल में एक चीरा लगाया जाता है। इसके बाद ट्यूमर को बाहर निकाल दिया जाता है और फिर से पुनर्निर्माण के लिए मुंह का हिस्सा सिल दिया जाता है। सर्जरी के अलावा रेड थेरेपी थेरेपी भी मुंह के कैंसर के इलाज में काफी लोकप्रिय है। इस थेरेपी में मुंह के उन हिस्सों का इलाज किया जाता है जहां पर ट्यूमर निकला होता है। थेरेपी के माध्यम से उस जगह पर स्वस्थ कोयले क को डाला जाता है। इस थेरेपी में आमतौर पर बाहरी बीम रेड थेरेपी और ब्रैकी ओली का उपयोग किया जाता है। मुंह के कैंसर के उपचार में कीमोथेरेपी के अलावा रेड ऑयल थेरेपी काफी बड़ी दवा साबित होती है। इस थेरेपी के माध्यम से शरीर के अन्य कैंसर कोशिकाओं को भी नष्ट किया जा सकता है। यह थेरेपी एंटी सेंसर औषधियों का प्रयोग करके किया जाता है। यूपी का इस्तेमाल करते हुए कीमोथेरेपी प्रेशर के इस्तेमाल से शरीर के सभी कैंसर के हिस्सों को अलग-अलग स्टेज पर नष्ट किया जाता है।