
कब है भालचंद्र संकष्टी चतुर्थी जानें पूजा विधि" शुभ मुहूर्त और व्रत का महत्व @Chamatkari Samadhan
Subscribe our Channel:- https://bit.ly/2HZZ5Qi #chamatkarisamadhan #bhalchandrasankashti #pujavidhi #astrology #totke #Sankashti हिंदू धर्म के अनुसार, प्रत्येक महीने में दो बार चतुर्थी पड़ती है। एक कृष्ण पक्ष और दूसरी शुक्ल पक्ष में। चतुर्थी तिथि भगवान गणेश को समर्पित है। मान्यता है कि इस दिन भगवान गणेश की कृपा पाने के लिए पूजा-अर्चना और उनकी उपासना की जाती है। चतुर्थी व्रत को मनोकामनाओं की पूर्ति करने वाला माना गया है। हर महीने में आने वाली चतुर्थी का अपना अलग-अलग महत्व होता है। चैत्र माह की कृष्ण पक्ष को पड़ने वाली चतुर्थी को भालचंद्र संकष्टी (Sankashti) चतुर्थी के नाम से जाना जाता है। इस बार संकष्टी (Sankashti) चतुर्थी 21 मार्च, सोमवार को पड़ रही है। इस व्रत को करने से विघ्नहर्ता गणेश भगवान अपने भक्तों की सभी परेशानियां और बाधाएं दूर करते हैं। मान्यता है कि इस दिन जो भी व्यक्ति सच्चे मन से गणपति बप्पा की पूजा अर्चना करता है, उसके जीवन से सभी दुःख और संकट दूर हो जाते हैं। आइए हम जानते हैं भालचंद्र संकष्टी (Sankashti) चतुर्थी व्रत का शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और उसके महत्व के बारे में: CREDITS VOICE OVER :- TANNU KUKREJA DIGITAL PARTNER :- VIANET MEDIA