
अलख निरंजन क्यों बोलते हैं योगी और साधु / Meaning of Alakh Niranjan
योगियों ख़ास तौर से नाथ योगियों में "अलख निरंजन" एक महत्वपूर्ण अर्थ रखता है. अलख संस्कृत के "अलक्ष्य" शब्द से बना है जिसका अर्थ है बिना लक्षण वाला या अदृश्य. निरंजन का अर्थ है बिना रंग का, निष्कलंक. यह विशेषण वास्तव में निर्गुण ब्रह्म के लिए इस्तेमाल किया जाता रहा है. यह एक constant reminder है उस सर्वोच्च सत्ता का जिससे एकाकार हो जाना जीवन की अंतिम परिणति है.