भगवान जगन्नाथ  जी की मूर्ति क्यों अधूरी है🚩Jagannath ji##shorts #viral #status #trending#rathrather

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भगवान जगन्नाथ जी की मूर्ति क्यों अधूरी है🚩Jagannath ji##shorts #viral #status #trending#rathrather भगवान जगन्नाथ जी की मूर्ति क्यों अधूरी है🚩Jagannath ji##shorts #viral #status #trending#rathrather राजा को लगा की अब मूर्तियों के बनने का कार्य संपन्न हो चुका है। राजा ने इसी गलतफहमी में दरवाजा खोल दिया, दरवाजा खोलते ही विश्वकर्मा वहां से गायब हो गए। उसके बाद जगन्नाथ जी, बलभद्र जी और सुभद्रा जी की मूर्तियों को बनाने का कार्य पूरा नहीं हो पाया। तब से ये मूर्तियां अधूरी ही हैं। है जगन्नाथ की मूर्ति अलग क्यों है जगन्नाथ की मूर्ति हर 12 साल में क्यों बदली जाती है भगवान जगन्नाथ की आंखें बड़ी क्यों है Jagannath Bhagwan जगन्नाथ की मूर्ति कैसे बनती है जगन्नाथ की मूर्ति अधूरी क्यों है भगवान जगन्नाथ की मूर्ति कब बदली जाती है भगवान जगन्नाथ की मूर्ति का रहस्य जगन्नाथ मंदिर का इतिहास जगन्नाथ पुरी का 10 रहस्य Rathyatra Jagannath Puri जगन्नाथ की कहानी जगन्नाथ पुरी कब जाना चाहिए भगवान जगन्नाथ की उत्पत्ति कैसे हुई धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान कृष्ण ने जब अपना शरीर त्याग दिया तो पांडवों के द्वारा उनका दाह संस्कार किया गया। लेकिन शरीर के जलने के बाद भी उनका हृदय बचा रहा। भगवान कृष्ण के दिल को पांडवों ने जल में प्रवाहित कर दिया। माना जाता है कि भगवान कृष्ण का दिल राजा इंद्रदयुम्न को मिला और उन्होंने इस दिल को भगवान जगन्नाथ की मूर्ति में स्थापित करवाया दिया। जिस मूर्ति में भगवान जगन्नाथ जी का हृदय विराजित है उस मूर्ति को बनाने का कार्य राजा ने बूढ़े बढ़ई का भेष धारण किये विश्वकर्मा जी को दिया। विश्वकर्मा जी ने राजा की बात तो मानी लेकिन साथ ही एक शर्त भी रख दी। विश्वकर्मा ने कहा कि, जब तक मूर्तियों के बनने का कार्य पूरा न हो जाए तब तक किसी को भी अंदर आने की इजाजत नहीं होगी, अगर कोई अंदर आया तो मूर्तियों को बनाने का कार्य मैं छोड़ दूंगा। राजा ने विश्वकर्मा की यह बात मान ली। इसके बाद विश्वकर्मा मूर्तियों को बनाने के कार्य में लग गए। जिस दौरान मूर्तियों का निर्माण किया जा रहा था, राजा दरवाजे के बाहर से आवाजें सुनते रहते थे। आपको बता दें कि, विश्वकर्मा न केवल जगन्नाथ जी की बल्कि उनकी बहन सुभद्रा और भाई बल भद्र की मूर्तियां भी तैयार कर रहे थे। राजा दरवाजे के बाहर से आवाजें सुनकर संतुष्ट हो जाते थे कि, अंदर मूर्तियों को बनाने का कार्य जारी है। लेकिन एक दिन अचानक से आवाजें आना बंद हो गईं। राजा को लगा की अब मूर्तियों के बनने का कार्य संपन्न हो चुका है। राजा ने इसी गलतफहमी में दरवाजा खोल दिया, दरवाजा खोलते ही विश्वकर्मा वहां से गायब हो गए। उसके बाद जगन्नाथ जी, बलभद्र जी और सुभद्रा जी की मूर्तियों को बनाने का कार्य पूरा नहीं हो पाया। तब से ये मूर्तियां अधूरी ही हैं। why jagannath eyes is so big jagannath drawing jagannath lord jagannath jagannath puri puri jagannath jagannath temple jagannath mandir puri jagannath mandir jagannath anubhuti jai jagannath jagannath rath yatra why jagannath eyes is so big jagannath bhajan jagannath mandir lord jagannath story #shorts #youtubeshort #reels #foryou #mystery #lordkrishna ##jagnnathji #bhagwanjagnnath #jagnnathpuri